जीवन की मौलिक इकाई
प्रश्न 1.कोशिका की खोज किसने की और इसे किस उपकरण से देखा और कैसे?
उत्तर: कोशिका की खोज रॉबर्ट हुक ने की थी। उसने अपने स्वनिर्मित सूक्ष्मदर्शी की सहायता से कॉर्क की पतली काट का अवलोकन करते समय मधुमक्खी के छत्ते के समान संरचना वाले छोटे-छोटे प्रकोष्ठकों को देखा जिन्हें उसने कोशिका कहा।
प्रश्न 2. कोशिका को जीवन की संरचनात्मक एवं क्रियात्मक इकाई क्यों कहते हैं?
उत्तर: प्रत्येक जीव की संरचना कोशिकाओं से होती है तथा प्रत्येक कोशिका में उपस्थित विभिन्न कोशिकांग विभिन्न प्रकार के कार्यों को प्रतिपादित करते हैं, इसलिए कोशिका को जीवन की संरचनात्मक एवं क्रियात्मक इकाई कहते हैं।
प्रश्न श्रृंखला-2 # पृष्ठ संख्या 68
प्रश्न 1. CO2 तथा पानी जैसे पदार्थ कोशिका से कैसे अन्दर तथा बाहर जाते हैं ? इस पर चर्चा करें।
उत्तर: CO2 तथा पानी जैसे पदार्थ कोशिका के अन्दर तथा बाहर विशिष्ट विसरण के द्वारा जाते हैं जिसे परासरण कहते हैं। इसके लिए प्लाज्मा झिल्ली महत्वपूर्ण योगदान करती है।
प्रश्न 2. प्लाज्मा झिल्ली को वर्णात्मक पारगम्य झिल्ली क्यों कहते हैं?
उत्तर: प्लाज्मा झिल्ली कुछ ही पदार्थों को कोशिका के अन्दर या बाहर आने-जाने देती है। इसलिए इसे वर्णात्मक पारगम्य झिल्ली कहते हैं।
प्रश्न श्रृंखला-4# पृष्ठ संख्या 73
प्रश्न 1.दो ऐसे अंगकों के नाम बताइए जिनमें अपना आनुवंशिक पदार्थ होता है।
उत्तर:
- माइटोकॉण्ड्रिया
- प्लास्टिड।
उत्तर: किसी कोशिका का संगठन नष्ट होने से उसके द्वारा सम्पादित सभी कार्य रुक जायेंगे।
प्रश्न 3. लाइसोसोम को आत्मघाती थैली (स्वघाती थैली या सुसाइड बैग) क्यों कहा जाता है?
उत्तर: कोशिकीय चयापचय में व्यवधान के कारण जब कोशिका क्षतिग्रस्त या मृत हो जाती है तो लाइसोसोम फट जाते हैं और उसके पाचक एन्जाइम अपनी ही कोशिकाओं का पाचन कर देते हैं। इसलिए लाइसोसोम को आत्मघाती थैली अथवा स्वघाती थैली (सुसाइड बैग) कहा जाता है।
प्रश्न 4. कोशिका के अन्दर प्रोटीन का संश्लेषण कहाँ होता है?
उत्तर: राइबोसोम्स पर।
पाठान्त अभ्यास के प्रश्नोत्तर
उत्तर: प्रोकैरियोटिक तथा यूकैरियोटिक कोशिकाओं में अन्तर:
![]() |
प्रोकैरियोटिक तथा यूकैरियोटिक कोशिकाओं में अन्तर |
प्रश्न 3. यदि प्लाज्मा झिल्ली फट जाये अथवा टूट जाए तो क्या होगा?
उत्तर: प्लाज्मा झिल्ली कोशिका के घटकों को बाहरी पर्यावरण से अलग रखती है तथा यह परासरण की क्रिया में वर्णात्मक पारगम्य झिल्ली का काम करती है। इसलिए इस झिल्ली के फट जाने या टूट जाने पर परासरण की क्रिया रुक जायेगी तथा कोशिका के घटक बाहरी पर्यावरण के सम्पर्क में आ जाएँगे तथा कोशिका मर जायेगी।
प्रश्न 4. यदि गॉल्जी उपकरण न हो तो कोशिका के जीवन में क्या होगा?
उत्तर: गॉल्जी उपकरण के न होने से सभी प्रकार की पुटिकाओं का बनना बन्द हो जायेगा तथा पदार्थों का संचयन, रूपान्तरण तथा कोशिका के अन्दर तथा बाहर विभिन्न क्षेत्रों में प्रेषण नहीं होगा, साथ ही सामान्य शक्कर से जटिल शक्कर नहीं बनेगी।
प्रश्न 5. कोशिका का कौन-सा अंगक बिजलीघर है? और क्यों?
उत्तर: कोशिका का बिजलीघर माइटोकॉण्ड्रिया है क्योंकि यह प्रकाश-संश्लेषण की क्रिया द्वारा ATP के रूप में ऊर्जा का उत्पादन करता है।
प्रश्न 6. कोशिका झिल्ली को बनाने वाले लिपिड तथा प्रोटीन का संश्लेषण कहाँ होता है?
उत्तर: अन्तर्द्रव्यी जालिका में।
प्रश्न 7. अमीबा अपना भोजन कैसे प्राप्त करता है?
उत्तर: अमीबा अपना भोजन एण्डोसाइटोसिस प्रक्रिया द्वारा प्राप्त करता है।
प्रश्न 8. परासरण क्या है?
उत्तर: परासरण-“एक विशिष्ट प्रकार का विसरण जिसमें वर्णात्मक झिल्ली के द्वारा गति होती है अर्थात् वह प्रक्रिया जिसमें जल के अणु वर्णात्मक पारगम्य झिल्ली द्वारा उच्च जल सान्द्रता से निम्न जल सान्द्रता की ओर गति करते हैं, परासरण कहलाती है।
प्रश्न 9. निम्नलिखित परासरण प्रयोग करेंछिले हुए आधे-आधे आलू के चार टुकड़े लो, इन चारों को खोखला करें जिससे कि आलू के कप बन जाएँ। इनमें से एक कप को उबले आलू में बनाना है। आलू के प्रत्येक कप को जल वाले बर्तन में रखो। अब –
(a) कप ‘A’ को खाली रखो
(b) कप ‘B’ में एक चम्मच चीनी डालो
(c) कप ‘C’ में एक चम्मच नमक डालो
(d) उबले आलू से बनाए गए कप ‘D’ में एक चम्मच चीनी डालो।
आलू के इन चारों कपों को दो घण्टे तक रखने के पश्चात् उनका अवलोकन करो तथा निम्न प्रश्नों के उत्तर दो –
(i) ‘B’ तथा ‘C’ के खाली भाग में जल क्यों एकत्रित हो गया? इसका वर्णन करो।
(ii) ‘A’ आलू इस प्रयोग के लिए क्यों महत्वपूर्ण है?
(iii) ‘A’ तथा ‘D’ आलू के खाली भाग में जल एकत्रित क्यों नहीं हुआ? इसका वर्णन करो।
उत्तर:
1. कप ‘B’ तथा ‘C’ की दीवारें कच्चे आलू की हैं जो वर्णात्मक पारगम्य झिल्ली की तरह व्यवहार करती हैं। जल की सान्द्रता कप के बाहर अधिक है इसलिए परासरण द्वारा बाहर से जल ने अन्दर प्रवेश किया। इसलिए इनके खाली भाग में जल एकत्रित हुआ।
2. आलू ‘A’ में अन्दर कोई पदार्थ या विलयन नहीं। यह इसलिए महत्वपूर्ण है कि यह देखना है कि परासरण की क्रिया होगी या नहीं।
3. कप ‘A’ में दूसरा विलयन नहीं है तथा कप ‘D’ की दीवार उबले आलू से बनी होने के कारण वर्णात्मक पारगम्य झिल्ली की तरह व्यवहार नहीं करेगी इसलिए इसके खाली स्थान में जल एकत्रित नहीं हुआ।
प्रश्न 10. कायिक वृद्धि एवं मरम्मत हेतु किस प्रकार के कोशिका विभाजन की आवश्यकता होती है तथा इसका औचित्य बताइए?
उत्तर: कायिक वृद्धि एवं मरम्मत हेतु “समसूत्री कोशिका विभाजन” की आवश्यकता होती हैं क्योंकि इस विभाजन में मातृ कोशिका विभाजित होकर दो समरूप संतति कोशिकाओं का निर्माण करती हैं जिनमें गुणसूत्रों की संख्या मातृ कोशिकाओं की संख्या के बराबर होती है। फलस्वरूप जीवों में वृद्धि एवं ऊतकों की मरम्मत में सहायता मिलती है।
प्रश्न 11. युग्मकों के बनने के लिए किस प्रकार का कोशिका विभाजन होता है ? इस विभाजन का महत्व बताइए।
उत्तर: युग्मकों के बनने के लिए अर्द्धसूत्री कोशिका विभाजन होता है। अर्द्धसूत्री कोशिका विभाजन का महत्व-इस विभाजन में दो के स्थान पर चार कोशिकाएँ बनती हैं। इन नई कोशिकाओं में गुणसूत्रों की संख्या मातृ कोशिकाओं से आधी रह जाती है। जनन के फलस्वरूप पुत्री कोशिकाएँ बनती हैं जिनमें गुणसूत्रों की संख्याएँ मातृ कोशिकाओं के समान हो जाती हैं। इससे संतति का निर्माण होता है तथा वंश वृद्धि होती है।
परीक्षोपयोगी अतिरिक्त प्रश्नोत्तर (वस्तुनिष्ठ प्रश्न)
प्रश्न 1. निम्नलिखित में किसे क्रिस्टल रूप में बनाया जा सकता है?
(a) जीवाणु
(b) अमीबा
(c) विषाणु
(d) शुक्राणु
उत्तर: (c) विषाणु
प्रश्न 2. कोशिका फूल जायेगी यदि –
(a) कोशिका के भीतर जल के अणुओं की सान्द्रता उसके बाहर चारों ओर उपस्थित जल के अणुओं की
सान्द्रता से अधिक होगी
(b) कोशिका के बाहर चारों ओर उपस्थित जल के अणुओं की सान्द्रता कोशिका के भीतर जल के अणुओं की सान्द्रता से अधिक हो
(c) कोशिका के भीतर तथा उसके बाहर के जल के अणुओं की सान्द्रता समान हो
(d) जल के अणुओं की सान्द्रता महत्व नहीं रखती।
उत्तर: (b) कोशिका के बाहर चारों ओर उपस्थित जल के अणुओं की सान्द्रता कोशिका के भीतर जल के अणुओं की सान्द्रता से अधिक हो
प्रश्न 3. गुणसूत्र बने होते हैं –
(a) डी. एन. ए. से
(b) प्रोटीन से
(c) डी. एन. ए. एवं प्रोटीन से
(d) आर. एन. ए. से
उत्तर: (c) डी. एन. ए. एवं प्रोटीन से
प्रश्न 4. इनमें से कौन-सा कार्य राइबोसोम का नहीं है?
(i) यह प्रोटीन अणुओं के निर्माण में सहायता करता है।
(ii) यह एन्जाइमों के निर्माण में सहायता करता है।
(iii) यह हॉर्मोनों के निर्माण में सहायता करता है।
(iv) यह मंड (स्टार्च) अणुओं के निर्माण में सहायता करता है।
(a) (i) और (ii)
(b) (ii) और (iii)
(c) (iii) और (iv)
(d) (i) और (iv)
उत्तर: (c) (iii) और (iv)
प्रश्न 5. इनमें से किसका सम्बन्ध अर्न्तद्रव्यी जालिका से नहीं है?
(a) यह केन्द्रक एवं कोशिकाद्रव्य के बीच प्रोटीन के लिए अभिगमन चैनल की तरह कार्य करती है।
(b) यह कोशिकाद्रव्य के विभिन्न क्षेत्रों के बीच पदार्थों को पहुँचाती है
(c) यह ऊर्जा उत्पादन का स्थल हो सकती है।
(d) यह कोशिका भी कुछ जैव-रासायनिक क्रियाओं का स्थल हो सकता है।
उत्तर: (c) यह ऊर्जा उत्पादन का स्थल हो सकती है।
प्रश्न 6. परासरण की कुछ परिभाषाएँ नीचे दी गई हैं। इन्हें सावधानी से पढ़िये और सही परिभाषा चुनिए –
(a) अर्धपारगम्य झिल्ली से होकर, जल के अणुओं का अधिक सान्द्रता वाले क्षेत्र की ओर जाना।
(b) विलयन अणुओं का अधिक सान्द्रता से निम्न सान्द्रता की ओर जाना।
(c) पारगम्य झिल्ली से होकर विलायक अणुओं का अधिक सान्द्रता से निम्न सान्द्रता वाले विलयन की ओर जाना।
(d) अर्धपारगम्य झिल्ली से होकर विलेय अणुओं का निम्न सान्द्रता वाले विलयन से अधिक सान्द्रता वाले विलयन की ओर जाना।
उत्तर: (a) अर्धपारगम्य झिल्ली से होकर, जल के अणुओं का अधिक सान्द्रता वाले क्षेत्र की ओर जाना।
प्रश्न 7. पादप कोशिकाओं में जीवद्रव्यकुंचन को इस तरह परिभाषित किया जाता है –
(a) अल्प परासारी माध्यम में प्रद्रव्य झिल्ली का टूटना (लयन)
(b) अल्प परासारी माध्यम में कोशिकाद्रव्य का सिकुड़ना
(c) केन्द्रकद्रव्य का सिकुड़ना
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर: (b) अल्प परासारी माध्यम में कोशिकाद्रव्य का सिकुड़ना
प्रश्न 8. निम्नलिखित में से किसके चारों ओर एकल झिल्ली का आवरण होता है?
(a) माइटोकॉण्ड्रिया
(b) रसधानी
(c) लाइसोसोम
(d) लवक
उत्तर: (b) रसधानी
प्रश्न 9. कौन-सा कोशिका-अंगक कोशिका के अन्दर विषैले पदार्थ एवं औषधि (ड्रग्स) को आविष रहित करने में मुख्य भूमिका निभाता है?
(a) गॉल्जी उपकरण
(b) लाइसोसोम
(c) चिकनी अन्तर्द्रव्यी जालिका
(d) रसधानी
उत्तर: (c) चिकनी अन्तर्द्रव्यी जालिका
प्रश्न 10. कोशिका झिल्ली निर्माण के लिए आवश्यक प्रोटीनों एवं लिपिडों का उत्पादन निम्नलिखित
द्वारा किया जाता है –
(a) रुक्ष अन्तर्द्रव्यी जालिका
(b) गॉल्जी उपकरण
(c) कोशिका झिल्ली
(d) माइटोकॉण्ड्रिया
उत्तर: (a) रुक्ष अन्तर्द्रव्यी जालिका
प्रश्न 11. प्रोकैरियोट का अपरिभाषित केन्द्रक क्षेत्र कहलाता है –
(a) केन्द्रक
(b) केन्द्रिका
(c) न्यूक्लिक अम्ल
(d) केन्द्रकाभ
उत्तर: (d) केन्द्रकाभ
प्रश्न 12. कोशिका-अंगक जो सरल शर्करा को जटिल शर्करा में बदलने में शामिल है –
(a) अन्तर्द्रव्यी जालिका
(b) राइबोसोम
(c) लवक
(d) गॉल्जी उपकरण
उत्तर: (d) गॉल्जी उपकरण
प्रश्न 13. निम्नलिखित में से कौन-सा रसधानी का कार्य नहीं है?
(a) संग्रहण
(b) कोशिका को स्फीति एवं दृढ़ता प्रदान करना
(c) अपशिष्ट उत्सर्जन
(d) गमन
उत्तर: (d) गमन
प्रश्न 14. अमीबा जिस प्रक्रिया के द्वारा भोजन प्राप्त करता है, वह कहलाती है –
(a) बहिः कोशिकता
(b) अन्त: कोशिकता
(c) प्रद्रव्यलयन
(d) बहिः कोशिकता एवं अन्त:कोशिकता दोनों
उत्तर: (b) अन्त: कोशिकता
प्रश्न 15. निम्न में से किसकी कोशिका भित्ति सेलुलोज से नहीं बनी है?
(a) जीवाणु
(b) हाइड्रिला
(c) आम वृक्ष
(d) कैक्टस
उत्तर: (a) जीवाणु
प्रश्न 16. सिल्वर नाइट्रेट का घोल किसी एक के अध्ययन में इस्तेमाल होता है –
(a) अन्तर्द्रव्यी जालिका
(b) गॉल्जी उपकरण
(c) केन्द्रक
(d) माइटोकॉण्ड्रिया
उत्तर: (b) गॉल्जी उपकरण
प्रश्न 17. केन्द्रक के अलावा वह अंगक जिसमें डी. एन. ए. होता है –
(a) अन्तर्द्रव्यी जालिका
(b) गॉल्जी उपकरण
(c) माइटोकॉण्ड्रिया
(d) लाइसोसोम
उत्तर: (c) माइटोकॉण्ड्रिया
प्रश्न 18. निम्नलिखित में से किसको कोशिका की रसोई कहा जाता है?
(a) माइटोकॉण्ड्रिया
(b) अन्तर्द्रव्यी जालिका
(c) हरितलवक
(d) गॉल्जी उपकरण
उत्तर: (c) हरितलवक
प्रश्न 19. कोशिका में लिपिड अणुओं को निम्न के द्वारा संश्लेषित किया जाता है –
(a) चिकनी अन्तर्द्रव्यी जालिका
(b) रुक्ष अन्तर्द्रव्यी जालिका
(c) गॉल्जी उपकरण
(d) लवक
उत्तर: (a) चिकनी अन्तर्द्रव्यी जालिका
प्रश्न 20. नई कोशिका का निर्माण, पूर्व स्थित कोशिका से होने की बात किसने बताई?
(a) हेकेल
(b) विर्चो
(c) हुक
(d) श्लाइडेन
उत्तर: (b) विर्चो
प्रश्न 21. कोशिका सिद्धान्त निम्न द्वारा प्रतिपादित किया गया –
(a) श्लाइडेन एवं श्वान
(b) विर्चो
(c) हुक
(d) हेकेल
उत्तर: (a) श्लाइडेन एवं श्वान
प्रश्न 22. प्रोकैरियोटिक (प्राककेन्द्रकी) कोशिका में दिखने वाला एकमात्र कोशिकांग है –
(a) माइटोकॉण्ड्रिया
(b) राइबोसोम
(c) लवक
(d) लाइसोसोम
उत्तर: (b) राइबोसोम
प्रश्न 23. वह अंगक जिसमें कोशिका भित्ति नहीं होती है –
(a) राइबोसोम
(b) गॉल्जी उपकरण
(c) हरितलवक (क्लोरोप्लास्ट)
(d) केन्द्रक
उत्तर: (a) राइबोसोम
प्रश्न 24. लाइसोसोम उत्पन्न होते हैं –
(a) अन्तर्द्रव्यी जालिका से
(b) गॉल्जी उपकरण से
(c) केन्द्रक से
(d) माइटोकॉण्ड्रिया से
उत्तर: (b) गॉल्जी उपकरण से
प्रश्न 25. सजीव कोशिकाएँ निम्न के द्वारा खोजी गई हैं –
(a) रॉबर्ट हुक
(b) पुरकिंजे
(c) ल्यूवेनहॉक
(d) रॉबर्ट ब्राउन
उत्तर: (c) ल्यूवेनहॉक
रिक्त स्थानों की पूर्ति
- कोशिका के अभिगमन चैनल …………….।
- कोशिका का पावर हाउस ……………।
- कोशिका की पैकिंग और प्रेषित इकाई ……….।
- कोशिका की पाचन थैली ……………..।
- कोशिका की संग्रह थैली ……………..।
- कोशिका का किचन ………।
- कोशिका का नियन्त्रण कक्ष ……………..।
- गुणसूत्र ……………. के बने होते हैं।
उत्तर:-
- अन्तर्द्रव्यी जालिका
- माइटोकॉण्ड्रिया
- गॉल्जी उपकरण
- लाइसोसोम
- रसधानी
- हरित लवक
- केन्द्रक
- DNA
सही जोड़ी बनाना :-
स्तम्भ अ स्तम्भ ब
- कोशिका भित्ति (i) अमीबा
- लाइसोसोम (ii) कोशिका नियन्त्रण कक्ष
- केन्द्रकाभ (iii) जीवाणु
- खाद्य रसधानी (iv) सेल्यूलोज
- केन्द्रक (v) स्वघाती थैली (सुसाइड बैग)
उत्तर:-
- → (iv)
- → (v)
- → (iii)
- → (i)
- → (ii)
सत्य/असत्य कथन
- गॉल्जी उपकरण, लाइसोसोम के बनने में शामिल है।
- केन्द्रक, माइटोकॉण्ड्रिया एवं लवक में डी. एन. ए. होता है। इसलिए ये अपनी संरचनात्मक प्रोटीन बनाने में समर्थ हैं।
- माइटोकॉण्ड्रिया को कोशिका का पावर हाउस कहा जाता है क्योंकि इनमें ए. टी. पी. का उत्पादन होता है।
- कोशिकाद्रव्य को प्रद्रव्य भी कहा जाता है।
- लाइसोसोम में भरे हुए एन्जाइम रुक्ष अन्तर्द्रव्यी जालिका से बने होते हैं।
- रुक्ष अन्तर्द्रव्यी जालिका एवं चिकनी अन्तर्द्रव्यी जालिका क्रमशः लिपिड एवं प्रोटीन की बनी होती है।
- अन्तर्द्रव्यी जालिका का कोशिका झिल्ली के नष्ट होने से सम्बन्ध है।
- यूकैरियोटिक केन्द्रक के केन्द्रकद्रव्य में केन्द्रकाभ होता है।
- अर्द्धपारगम्य झिल्ली में से होकर जाने वाले जल की गति उसमें घुले हुए पदार्थों की मात्रा से प्रभावित होती है।
- झिल्ली, कार्बनिक अणुओं जैसे प्रोटीन और लिपिड से बनी होती है।
- कार्बनिक विलायक में घुलनशील अणु झिल्ली में से होकर आसानी से गुजर जाते हैं।
- पादप में कोशिका झिल्ली में काइटिन शर्करा होती है।
उत्तर:-
- असत्य
- सत्य
- सत्य
- सत्य
- सत्य
- असत्य
- असत्य
- असत्य
- सत्य
- सत्य
- सत्य
- असत्य।
एक शब्द/वाक्य में उत्तर
प्रश्न 1. जीवन की मूलभूत इकाई किसे कहा जाता है?
उत्तर: कोशिका को।
प्रश्न 2. बिना झिल्ली वाले किसी कोशिका अंगक का नाम लिखिए।
उत्तर: राइबोसोम।
प्रश्न 3. हम वह भोजन खाते हैं जिसमें सभी पोषक पदार्थ, जैसे कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, वसा, विटामिन, खनिज और जल आदि शामिल होते हैं। पाचन के बाद ये सभी ग्लूकोज, अमीनो अम्ल, वसा अम्ल, ग्लिसरॉल के रूप में अवशोषित हो जाते हैं। पचे हुए भोजन एवं जल के अवशोषित होने में कौन-सी प्रक्रिया उत्तरदायी है?
उत्तर: विसरण एवं परासरण।
प्रश्न 4. यदि आपको कुछ सब्जियाँ पकाने के लिए दी जाती हैं तो साधारणतया आप सब्जियाँ पकाने के दौरान उनमें नमक मिलाते हैं। नमक के मिलाने पर कुछ देर बाद सब्जियों से जल निकलता है। इसमें कौन-सी प्रक्रिया उत्तरदायी है?
उत्तर: बहिः परासरण।
प्रश्न 5. जीवाणुओं में हरित लवक नहीं होता है लेकिन कुछ जीवाणु स्वभाव से प्रकाश-स्वपोषी होते हैं और प्रकाश-संश्लेषण की क्रिया करते हैं। इस कार्य को जीवाणु कोशिका का कौन-सा भाग करता है?
उत्तर: लघु रसधानियाँ (प्लाज्मा झिल्ली के साथ लगी हुई)।
प्रश्न 6. कौन-सा कोशिका अंगक कोशिका की अधिकांश गतिविधियों पर नियन्त्रण रखता है?
उत्तर: केन्द्रक।
प्रश्न 7. कोशिका के ऊर्जा गृह का नाम लिखिए।
उत्तर: माइटोकॉण्ड्रिया।
प्रश्न 8. आत्मघाती थैली किसे कहते हैं?
उत्तर: लाइसोसोम।
अति लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1. क्या आप इससे सहमत हैं कि-“कोशिका जीव की निर्माण इकाई है” यदि हाँ तो क्यों? व्याख्या कीजिए।
उत्तर: हाँ, हम सहमत हैं। क्योंकि प्रत्येक जीव का निर्माण कोशिका से ही होता है। कोशिका से ऊतक, ऊतक से अंग, अंग से अंगतन्त्र और अंगतन्त्र से जीव का निर्माण होता है। कोशिका → ऊतक → अंग → अंगतन्त्र → जीव
प्रश्न 2. जब आप लम्बे समय तक कपड़े धोते हैं तो आपकी अंगुलियों की त्वचा क्यों सिकुड़ जाती है?
उत्तर: अधिक सान्द्रण वाला साबुन का घोल अति परासारी होता है, इसलिए परासरण के कारण जल हमारी अंगुलियों की कोशिकाओं से बाहर आ जाता है। इसलिए लम्बे समय तक कपड़े धोने में अंगुलियों की त्वचा सिकुड़ जाती है।
प्रश्न 3. केवल प्राणियों में ही अन्तःकोशिकता (एण्डोसाइटोसिस) क्यों पाई जाती है?
उत्तर: प्राणियों में कोशिका भित्ति नहीं होती इसलिए केवल इनमें ही अन्त:कोशिकता पाई जाती है।
प्रश्न 4. एक व्यक्ति नमक का सान्द्रित घोल पी लेता है और कुछ समय बाद वह उल्टी करना शुरू कर देता है। इस स्थिति के लिए कौन-सा तथ्य उत्तरदायी है ? व्याख्या कीजिए।
उत्तर: आँतों में बहिःपरासरण के होने से निर्जलीकरण हो जाता है इसलिए वह व्यक्ति उल्टी करना शुरू कर देता है।
प्रश्न 5. लाल रुधिर कणिकाएँ (RBC) और प्याज के छिलके की कोशिकाओं को यदि अल्प परासारी विलयन में अलग-अलग रख दें तो उनमें क्या परिवर्तन आयेगा? अपने उत्तर की कारण सहित व्याख्या कीजिए।
(a) दोनों की कोशिकाएँ फूल जायेंगी।
(b) लाल रुधिर कोशिकाएँ आसानी से फट जाएँगी जबकि प्याज के छिलके की कोशिकाएँ एक सीमा तक न
फटने की कोशिश करेंगी।
(c) ‘a’ और ‘b’ दोनों सही हैं।
(d) लाल रुधिर कणिकाएँ और प्याज के छिलके की कोशिकाएँ समान व्यवहार करेंगी।
उत्तर:- (b) लाल रुधिर कणिकाएँ आसानी से फट जाएँगी जबकि प्याज की कोशिकाएँ एक सीमा तक न फटने का प्रयास करेंगी क्योंकि प्याज के छिलके की कोशिकाओं में कोशिका भित्ति होती है जबकि RBC में कोशिका भित्ति नहीं होती।
प्रश्न 6. पादप के उन विभिन्न भागों के नाम लिखिए जिनमें वर्णी लवक (क्रोमोप्लास्ट), हरित लवक (क्लोरोप्लास्ट) और अवर्णी लवक (ल्यूकोप्लास्ट) उपस्थित होते हैं।
उत्तर:-
- वर्णी लवक (क्रोमोप्लास्ट) – पुष्प एवं फलों में।
- हरित लवक (क्लोरोप्लास्ट) – पत्तियों एवं हरे भाग में।
- अवर्णी लवक (ल्यूकोप्लास्ट) – जड़ों में।
प्रश्न 7. प्याज के छिलके की कोशिका से जीवाणु कोशिका कैसे भिन्न है?
उत्तर: प्याज के छिलके की कोशिका यूकैरियोटिक होती है जबकि जीवाणु कोशिका प्रोकैरियोटिक (प्राक्केन्द्रकी) होती है।
प्रश्न 8. अमीबा अपना भोजन कैसे प्राप्त करता है?
उत्तर: अमीबा अपना भोजन अंत:कोशिकता (एण्डोसाइटोसिस) प्रक्रिया के द्वारा प्राप्त करता है।
प्रश्न 9. पादप कोशिका के दो ऐसे अंगकों के नाम बताइए जिनमें अपनी आनुवंशिक सामग्री और राइबोसोम विद्यमान होते हैं।
उत्तर:
- माइटोकॉण्ड्रिया
- लवक।
प्रश्न 10. लाइसोसोम को “कोशिकाओं का अपमार्जक” क्यों कहा जाता है?
उत्तर: लाइसोसोम कोशिका में बनने वाले अपशिष्ट पदार्थों (कचरे) को हटाता है इसलिए यह ‘कोशिका का अपमार्जक’ कहलाता है।
प्रश्न 11. कौन से प्रकार का लवक इनमें सामान्यतया पाया जाता है?
- पादप की जड़
- पादप की पत्तियाँ
- पुष्प एवं फल।
उत्तर:-
- अवर्णी लवक
- हरित लवक
- वर्णी लवक।
प्रश्न 12. पादप कोशिकाओं में बड़े आकार की रसधानी क्यों होती है?
उत्तर: पादप कोशिकाओं में बड़े आकार की रसधानियाँ होती हैं क्योंकि इनमें कोशिकाद्रव्य भरा रहता है तथा कोशिका के लिए आवश्यक बहुत से पदार्थ, जैसे अमीनो अम्ल, शर्करा, विभिन्न कार्बनिक अम्ल तथा कुछ प्रोटीन आदि स्थित होते हैं।
प्रश्न 13. क्रोमैटिन, क्रोमैटिड एवं क्रोमोसोम में परस्पर क्या सम्बन्ध है?
उत्तर: क्रोमैटिन से क्रोमैटिड और क्रोमैटिड से क्रोमोसोम बने होते हैं।
प्रश्न 14. निम्नलिखित अवस्थाओं की स्थिति से क्या निष्कर्ष निकलता है?
(a) जब बाहरी माध्यम की तुलना में कोशिका के भीतर अधिक सान्द्रता वाला जल होता है।
(b) बाहरी माध्यम की तुलना में कोशिका के भीतर कम सान्द्रता वाला जल होता है।
(c) जब कोशिका के अन्दर एवं बाहरी माध्यम में जल की सान्द्रता समान होती है।
उत्तर:-
- बहिः परासरण
- अन्त: परासरण
- कोई परिव्यय नहीं।
प्रश्न 15. प्याज की झिल्ली की कोशिकाओं का नामांकित चित्र बनाइए।
उत्तर: प्याज के शल्क-पत्र की झिल्ली की कोशिकाओं का चित्र:
![]() |
प्याज के शल्क-पत्र की झिल्ली |
उत्तर:
- हरित लवक प्रकाश-संश्लेषण में सहायक होते हैं।
- वर्णी लवक पुष्पों को आकर्षक बनाते हैं।
लघु उत्तरीय प्रश्न
उत्तर: अन्तःप्रद्रव्यी जालिका-अन्तःप्रद्रव्यी जालिका में सूक्ष्म आशय (थैलियाँ) एवं नलिकाओं का जालक तन्त्र होता है। यह केन्द्रक झिल्ली से कोशिका झिल्ली तक कोशिकाद्रव्य में फैली रहती हैं। अन्तःप्रद्रव्यी जालिका जीवाणु, विषाणु, स्तनधारियों की लाल रक्त कणिकाओं तथा हरे-नीले शैवालों को छोड़कर सभी कोशिकाओं में पाई जाती हैं।
![]() |
अन्तःप्रद्रव्यी जालिका |
उत्तर: अन्तःप्रद्रव्यी जालिका के कार्य –
- यह प्रोटीन संश्लेषण में सहायक होती है।
- यह कोशिका विभाजन के समय केन्द्रकीय झिल्ली के निर्माण में भाग लेती है।
- यह ग्लाइकोजन के उपापचय में सहायता करती है।
- यह केन्द्रक से विभिन्न आनुवंशिक पदार्थों को कोशिकाद्रव्य के विभिन्न अंगों तक पहुँचाती है।
उत्तर: गॉल्जी काय या गॉल्जी उपकरण-गॉल्जी काय दोहरी झिल्ली की बनी संरचनाएँ हैं जो एक खाली स्थान के द्वारा एक-दूसरे 2 से अलग-अलग स्थित होती हैं। इनमें तीन घटक होते हैं –
![]() |
गॉल्जी उपकरण |
- चपटे कोष
- आशय
- रिक्तिकाएँ।
अथवा
गॉल्जी काय के कोशिका में कार्य लिखिए।
उत्तर: गॉल्जी काय या गॉल्जी उपकरण के कार्य –
- ये लाइसोसोम्स का निर्माण करते हैं।
- ये अनेक प्रकार के स्रावी पदार्थों का निर्माण करते हैं।
- ये सावण द्वारा कोशिका भित्ति का निर्माण करते हैं।
- ये अनेक कार्बोहाइड्रेट्स के दीर्घ अणुओं का संश्लेषण करते हैं।
- ये शुक्राणुजनन के समय शुक्राणु के ऊपरी भाग (एक्रोसोम) का निर्माण करते हैं।
उत्तर: लाइसोसोम: - लाइसोसोम 0-2 से 0.84 तक व्यास वाली इकाई झिल्ली की बनी गोलाकार या अण्डाकार संरचनाएँ होती हैं। इनमें पाचक प्रकिण्व (Digestive enzyme) पाये जाते हैं। इनमें 24 प्रकार के एन्जाइम पाये जाते हैं।
लाइसोसोम यकृत, प्लीहा, श्वेत रक्त कणिकाएँ, अग्न्याशय, वृक्क, थायरॉइड ग्रन्थि आदि ऊतकों की
कोशिकाओं में तथा पादप की विभाजी कोशिकाओं में पाये जाते हैं।
![]() |
लाइसोसोम |
उत्तर: लाइसोसोम के कार्य:-
- ये कोशिका में पाये जाने वाले प्रकिण्वों (Enzymes) का स्रावण एवं संग्रहण करते हैं।
- ये मृत या पुरानी कोशिकाओं का भक्षण करते हैं।
- ये कोशिका में प्रवेश करने वाले सूक्ष्म जीवों व कणों का पाचन करते हैं।
- ये भोजन की कमी के समय कोशिकाओं तथा कोशिकाद्रव्य में उपस्थित अवयवों का पाचन करते हैं।
- ये उपवास या रोग की स्थिति में शरीर को पोषण देते हैं।
- शुक्राणु इन्हीं के कारण अण्डाणु में प्रवेश करते हैं।
उत्तर: माइटोकॉण्ड्यिा -माइटोकॉण्ड्रिया सभी यूकैरियोटिक कोशिकाओं के कोशिकाद्रव्य में पाया जाता है। यह.दोहरी झिल्ली का बना होता है जिसमें एक तरल पदार्थ भरा रहता है। इसे बाह्य कक्ष कहते हैं। माइटोकॉण्ड्रिया की आन्तरिक झिल्ली झिल्ली के बीच की गुहा को आन्तरिक कक्ष मैट्रिक्स कहते हैं। इसमें मैट्रिक्स (आधात्री) भरा होता है। आन्तरिक झिल्ली अन्दर की ओर अंगलियों जैसी संरचनाएँ बनाती हैं जिन्हें क्रिस्टी कहते हैं। क्रिस्टी की सतह पर ऑक्सीसोम (F – कण) नामक संरचनाएँ पाई जाती हैं। मैट्रिक्स में लिपिड्स, प्रोटीन, प्रकिण्व, कुण्डलित दोहरे स्ट्रेण्ड वाले DNA एवं RNA तथा राइबोसोम पाये जाते हैं।
![]() |
माइटोकॉण्ड्रिया |
उत्तर:
(a) माइटोकॉण्ड्रिया के कार्य:-
- ये भोज्य पदार्थों का ऑक्सीकरण करके ऊर्जा मुक्त करते हैं तथा इस ऊर्जा को ATP के रूप में संचित करते हैं जो जैविक कार्यों में प्रयुक्त होती है।
- ये प्रोटीन का संश्लेषण भी करते हैं।
- ये अण्डों का योक तथा शुक्राणुओं के मध्य भाग का निर्माण करते हैं।
- यह कोशिका को एक आकार प्रदान करती है।
- यह कोशिका के जीवित अंगों की सुरक्षा के लिए एक आवरण प्रदान करने का कार्य भी करती है।
- इसका मुख्य कार्य कोशिका के अन्दर और उसके बाहरी माध्यमों के बीच आण्विक आदान-प्रदान को नियन्त्रित करना है।
उत्तर: रिक्तिकाओं के कार्य:-
- ये भोजन के पाचन, उत्सर्जन आदि क्रियाओं में सहायता करती हैं।
- ये कोशाओं में परासरण नियन्त्रण का कार्य करती हैं।
- ये भोज्य पदार्थों का संग्रहण करती हैं।
- टोनोप्लास्ट के अर्द्ध-पारगम्य होने के कारण, ये कोशा के अन्दर विभिन्न पदार्थों के संवहन का कार्य करती हैं।
उत्तर: लवक-लवक अधिकांश पादप तथा कुछ प्रकाश-संश्लेषी एक कोशिकीय जन्तुओं (Protozoa) की कोशिकाओं में पाई जाने वाली छोटी-छोटी बिम्ब के समान, गोल अथवा अण्डाकार दोहरी दीवार युक्त संरचना होती हैं। ये तीन प्रकार के होते हैं –
- अवर्णी लवक
- हरित लवक
- वर्णी लवक।
![]() |
लवक का सचित्र |
उत्तर: तारककाय (Centrosome):- तारककाय जन्तु कोशिकाओं में केन्द्रक के पास पाया जाता है। इसके अतिरिक्त यह शैवाल तथा कवक की कोशिकाओं में भी पाया जाता है। प्रत्येक तारककाय में तारक केन्द्र होते हैं।
![]() |
तारककाय का चित्र |
उत्तर: राइबोसोम: - राइबोसोम्स सघन, गोलाकार, कणिकामय संरचनाएँ हैं तथा कोशिका में उपस्थित सबसे छोटे कोशिकांग हैं। इनका व्यास लगभग 250A होता है। ये केवल RNA एवं प्रोटीन से निर्मित होते हैं तथा कलाविहीन कणों के रूप में क्लोरोप्लास्ट, माइटोकॉण्ड्रिया, केन्द्रक के अन्दर या अन्त:प्रद्रव्यी जालिका के ऊपर या कोशिकाद्रव्य में स्वतन्त्र रूप से पाये जाते हैं। ये अपारदर्शी होते हैं।
![]() |
राइबोसोम का चित्र |
प्रश्न 13. (a) तारककाय (सेण्ट्रोसोम) एवं (b) सूक्ष्मकाओं के प्रमुख कार्य लिखिए।
उत्तर:
(a) तारककाय (सेण्ट्रोसोम) के कार्य:-
- ये जन्तु कोशिकाओं में कोशिका विभाजन के समय तर्कु रूप रेशों का निर्माण करते हैं।
- ये शुक्राणु में स्थित दो सेण्ट्रिओल में से कशाभ का अक्षीय तन्तु बनाते हैं।
- ये सेण्ट्रिओल पक्ष्मों व कशाभों के काइनेटोसोम या आधारकाय बनाते हैं।
(b) सूक्ष्मकाओं के कार्य:-
- ये कोशिकाओं के कंकाल का निर्माण करती हैं।
- ये कोशिका के आकार, विस्तार को नियमित करती हैं।
- ये कोशिकाओं की गति एवं गुणसूत्रों का नियन्त्रण करती हैं।
- ये कोशिकाद्रव्य चक्रण में सहायता करती हैं।
प्रश्न 14. रुक्ष एवं चिकनी अन्तर्द्रव्यी जालिका में अन्तर बताइए। अन्तर्द्रव्यी जालिका झिल्ली के जीवात् जनन के लिए किस तरह महत्वपूर्ण है?
उत्तर: रुक्ष एवं चिकनी अन्तर्द्रव्यी जालिका में अन्तर:-
रुक्ष अन्तर्द्रव्यी जालिका (RER):-
- RER की सतह पर राइबोसोमीय कण होते हैं जिसके कारण यह रुक्ष होती है।
- इस पर उपस्थित राइबोसोम प्रोटीन संश्लेषण के लिए स्थल उपलब्ध कराते हैं।
चिकनी अन्तर्द्रव्यी जालिका (SER):-
- SER की सतह पर कोई राइबोसोमीय कण नहीं होते इसलिए यह चिकनी दिखाई देती है।
- यह लिपिड एवं वसा अणुओं के निर्माण में सहायता करती है।
रुक्ष अन्तर्द्रव्यी जालिका प्रोटीन संश्लेषण के लिए स्थान उपलब्ध कराती हैं एवं चिकनी अन्तर्द्रव्यी जालिका लिपिड एवं वसा अणुओं के निर्माण में सहायक होती है। प्रोटीन, लिपिड एवं वसा से मिलकर कोशिका झिल्ली के जीवात, जनन के लिए सहायता करने के लिए महत्वपूर्ण होती है।
प्रश्न 15. संक्षिप्त में बताइए कि क्या होता है जबकि –
(a) सूखी खुबानी को कुछ देर के लिए साफ जल में रखा जाय और फिर बाद में इसे शर्करा विलयन में रखा जाय।
(b) लाल रुधिर कोशिकाओं को सान्द्रित लवण विलयन में रखा जाता है।
(c) रियो (Rhoeo) की पत्तियों को पहले जल में उबालते हैं और फिर चीनी की चाशनी की एक बूंद इसके ऊपर रखते हैं।
उत्तर:-
- अन्तःपरासरण के कारण पहले यह फूलती है तथा बाद में बाह्यपरासरण के कारण सिकुड़ती है।
- इसमें से जल निकल जाने से यह सिकुड़ जाती है।
- उबालने से कोशिका मर जाती हैं इसलिए जीवद्रव्यकुंचन नहीं होता।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1. इलेक्ट्रॉन सूक्ष्मदर्शी द्वारा देखी गई पादप कोशिका का नामांकित चित्र बनाइए।
अथवा
पादप कोशिका का स्वच्छ एवं नामांकित चित्र बनाइए।
उत्तर: इलेक्ट्रॉन सूक्ष्मदर्शी द्वारा प्रदर्शित पादप कोशिका की आन्तरिक संरचना का नामांकित चित्र –
![]() |
कोशिका की आन्तरिक संरचना |
प्रश्न 2. एक पादप कोशिका का चित्र बनाइए और उन भागों को चिह्नित कीजिए जो –
(a) कोशिका के विकास एवं कार्यों का निर्धारण करता है।
(b) अन्तर्द्रव्यी जालिका से निकलने वाली सामग्री को पैक करता है।
(c) सूक्ष्म-जीवों में ऐसा प्रतिरोध पैदा करता है जिससे वे बाह्य अल्पपरासारी माध्यम में फूटे बगैर अप्रभावित बने रहें।
(d) जो जीवन को बनाए रखने के लिए आवश्यक बहुत-सी जैव-रासायनिक अभिक्रियाओं के लिए स्थल उपलब्ध कराता है।
(e) एक ऐसा द्रव जो केन्द्रक के अन्दर होता है।
उत्तर: निर्देश-पादप कोशिका का उपर्युक्त की तरह चित्र बनाएँ तथा उसमें निम्न भागों को चिन्हित करें –
- केन्द्रक
- गॉल्जी उपकरण
- कोशिका भित्ति
- कोशिकाद्रव्य
- केन्द्रकद्रव्य।
प्रश्न 3. पादप कोशिका का स्वच्छ चित्र बनाइए और इसके किन्हीं तीन भागों को चिह्नित कीजिए जो इसे प्राणी कोशिका से विभेदित करते हैं।
उत्तर: निर्देश-पादप कोशिका का उपर्युक्त की तरह चित्र बनाइए तथा उसमें निम्न भागों को चिह्नित कीजिए –
- हरित लवक
- कोशिका भित्ति
- रिक्तिका (रसधानी)।
प्रश्न 4. किसी प्राणी कोशिका का एक स्वच्छ आरेख बनाइए तथा उसके भागों के नाम लिखिए।
उत्तर: इलेक्ट्रॉन सूक्ष्मदर्शी द्वारा प्रदर्शित प्राणी (जन्तु) कोशिका की संरचना का नामांकित:
![]() |
प्राणी कोशिका |
To download the PDF file of this chapter, click on the button given below.
बटन पर क्लिक करे।
Click on the button.
10 सेकेण्ड़ के बाद डाउनलोड बटन ओपन होगा।
After 10 seconds the download button will open.
डाउनलोड़ बटन पर क्लिक करे।
Click on the download button.
15 सेकण्ड के बाद पीडीएफ फाईन ओपन होगी।
After 15 seconds the PDF will open fine.
0 Comments:
Post a Comment
Write any question or suggestion.